FAMILY TALK

हारना तब आवश्यक हो जाता है जब लड़ाई अपनों से हो,
और जितना तब आवश्यक हो जाता है जब लड़ाई अपने आप से हो !!

व्यक्ति अपने विचारों से ही,
अनंतकाल तक जीवित रहता है !!

जिसमे धीरज है और जो महेनत से नहीं घबराता,
कामयाबी उसकी दासी है !!

कई बार बिना गलती के भी गलती मान लेते है हम,
क्यूंकि डर लगता है की कहीं कोई अपना हमसे रूठ ना जाए !!

अपनापन तो हर कोई दिखता है,
पर अपना कौन है ये तो वक्त ही बताता है !!

रिश्तें मौके के नहीं,
भरोसे के मोहताज होते है !!

रिश्ते चाहे कितने भी बुरे हो लेकिन कभी भी उन्हें तोडना मत,
क्यूंकि पानी चाहे कितना भी गंदा क्यूँ ना हो प्यास नहीं तो आग तो बुझा ही देता है !!

कडवी बात है लेकिन सच बात है,
हम किसीके लिए उस वक्त तक ख़ास होते है,
जब तक उन्हें कोई दूसरा मिल नहीं जाता !!

माफ़ी मांगने से ये साबित नहीं होता की हम गलत और दूसरा सही है,
माफ़ी का असली मतलब है की हम रिश्तें निभाने काबिलियत उससे ज्यादा रखते है !!

रोटी कमाना कोइ बड़ी बात नहीं है,
लेकिन परिवार के साथ रोटी खाना बड़ी बात है !!

बात बनती है दिल से,
दिल बनता है दोस्ती से,
दोस्ती बनती है प्यार से,
प्यार बनता है परिवार से
परिवार बनता है घर से,
और घर बनता है अपनों से !!

आपकी खुशियों में वो लोग
शामिल होते है जिन्हें आप चाहते है,
लेकिन आपके दुःख में वो लोग
शामिल होते है जो आपको चाहते है !!

बस एक ही बात सीखी है जिन्दगी में,
अगर अपनों के करीब रहना है तो मौन रहो,
और अगर अपनों को दिल के करीब रखना है
तो कोई बात दिल पे मत लो !!

नाराजगी को कुछ देर चुप रहने के बाद मिटा लिया करो,
गलती पर बात करने से रिश्तें उलझ जाते है !!

छोटी सी है जिन्दगी हंसकर जियो,
भुला के गम सारे दिल से जियो,
उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जियो,
अपने लिए ना सही अपनों के लिए जियो !!

अच्छे रिश्तों को वादों और शर्तों की जरुरत नहीं है,
उसके लिए दो खुबसूरत दिल चाहिए,
एक भरोसा कर सके और दूसरा उसे समझ सके !!

रिश्तों की मायाजाल में एक रिश्ता
निम के पेड़ जैसा रखना,
सिख वो कडवी भले ही दे
पर तकलीफ में वो ठंडी छाव तो देता है !!

जब इन्सान कामयाबी के शिखर पर होता है,
तो वो अक्सर अपनों को भूल जाता है,
और जब वह बरबादी की कगार पर होता है,
तो अक्सर अपने उसे भुला देते है !!

चंद फांसला जरुर रखिये,
हर रिश्ते के दरम्यान,
क्यूंकि नहीं भुलाती दो चीजें,
चाहे जितना भी भुलाओ,
एक घाव और दुसरा लगाव !!